Noida Extension Flat Owners & Members Association

Archive for November, 2011

Ajeeb Daastan hai ye….kaha suru kaha ?????

 

नोय़डा एक्स्टेंसन कि दास्तान बड़ी अजीब है यह, कहाँ कहाँ से शुरु हुई ओर कब खत्म होगी पता ही नही है । इसको हम बीरबल की खिचड़ी भी कह सकते है , जो पकने का नाम ही नही ले रही । हर बार भाप देखकर लगता है कि बन गई लेकिन जब चखने कि सोचते है तो पता चलता है कि अभी तो कच्ची है ओर अभी ओर समय लगेगा । लेकिन जो उस खिचड़ी को खाने के लिये भूखा बैठा है यह तो वो ही बता सकता है कि उसके ऊपर क्या बीत रही है । रोजना जब हम लोग अखबार को उठाते है तो सबसे पहले देखते है कि नोय़डा एक्टेंशन कि कोइ खबर तो नही , जब कुछ अच्छा पढ़ने को मिलता है तो कुछ उम्मीद जगती है लेकिन दूसरे दिन पता चलता है कि कोई ओर पेच फ़स गया ।
जिन लोगो ने अपना अशियाना नोएडा एस्क्टेशंन को चुना उन लोगो में बहुत से वो लोग हो सकते है जिन्होने अपने जीवन भर कि पूँजी लगा दी हो । लेकिन बड़ा अफ़सोस होता है ये देख कर कि आज एक आम आदमी कि तरफ़ किसी का ध्यान नही है , हर कोई मौका पड़ने पर उस आम आदमी को निचोड़ने मे लगा हुआ है , उसको धोखे पर धोखे मिल रहे है । पहले जब हम लोगो ने फ़्लेट्स के लिये अखबारो मे पड़ कर ब्रोकर्स से सम्पर्क किया तो बड़ी-२ बाते करके उन लोगो ने हमे धोखा दिया , आज जब आप लोग उनसे आज के हालात पर बात करने कि कौशिश करे वो इसके लिये तैयार नही होते । दूसरा धोखा मिला किसानो ओर अदालतो से जिन्होने सब कुछ बस जाने के बाद वो सब किया जो नही करना चहिये था । आज जबकि अदालत से हमे कुछ राहत मिली है लेकिन उस पर भी किन्तु-परन्तु लगा हुआ है । और सबसे बड़ा धोखा मिला बिल्डर्स से । सभी बिल्डर्स अपने आप में एक ब्राँन्ड है , और हम लोगो न अपने अपने हिसाब से उनको चुना । उन्होने भी पूरा विश्वास दिलाया कि उनका ब्राँन्ड सबसे अच्छा है । लेकिन अदालत का फ़ैसला आने के बाद बिल्डर्स के साथ-२ बायर्स को भी एक बड़ा झटका लगा । ओर उस मौके पर बिल्डर्स ने मिडिया के मा्ध्यम से बायर्स को ढाल बना कर अदालत को एक संदेश देने कि कौशिस की कि उस जगह पर सभी का हित जुड़ा हुआ है । इसके लिये एक बड़ी रेली कि गई जो आज मे शक के दायरे में आती है कि आखिर उ्स दिन इतने बायर कहाँ से इक्क्ठे हो गये । लेकिन आज वो ही बि्ल्डर्स अपने बायर्स को रोजाना नया झांसा देने कि कौशिस कर रहे है । आज उनको पैसा चहिये बस पैसा । वो यह नही जानना चाहते कि आखिर वो पैसा कहाँ से आयेगा जबकि बैंक उस जगह पर लोन देने के लिये तैयार नही है । उम्मीद है कि इन बिल्डर्स को सद्बुधि आयेगी ।

No interest on EMIs of Noida Extn buyers

NOIDA: Homebuyers of Noida Extension have been granted some relief by the NCR unit of the Confederation of Real Estate Developers’ Associations of India (CREDAI) by directing all developers to not charge any interest on pending EMIs of those who have paid the 10 per cent booking amount till the projects become bankable again. However, those buyers who have just paid the token amount and not signed the agreements have been “requested” to book their flats and pay the 10 per cent booking amount soon.

Representatives of several buyers’ associations had met CREDAI (NCR) vice president Anil Sharma on Monday to dispel apprehensions regarding the status of their homes as even after three weeks of the Allahabad High Court verdict on land acquisition, the actual ground situation remained far from clear. Soon after the HC order, some developers sent off demand letters asking the buyers to pay interests on their pending instalments. Buyers also feared that that the quality of their houses may be compromised if the developers chose to increase the floor area ratio (FAR) of their projects and construct new towers or floors. The buyers, thus, met Sharma on Monday to “request him to bring about some order.”

“After the HC order on October 21, we thought things will be clear, but a lot of confusion continued to prevail among the buyers. To make matters worse, some developers began sending demand letters asking us to pay interest to the tune of Rs 50,000 within a deadline. The banks have stopped disbursing loans so how can we pay any money to the developers?” said Shweta Bharti of the Noida Extension Flat Owners and Members Association (NEFOMA).

However, Sharma has now assured the buyers that not only will the developers be asked to withdraw their demand letters, but they will also not make any major changes in the layouts, the reserved green area of the buildings, and FARs of the buildings. CREDAI NCR will soon issue a “formal direction” to all developers of Noida Extension regarding the same. “We have agreed in principal over almost all the issues that the buyers raised, including interest on EMIs and changes in FARs,” said Sharma. “We will now get in touch with all developers with upcoming projects in the Noida Extension area and take up the matter at the all India CREDAI convention scheduled for November 24 and 25 after which a general consensus will be drafted for all developers to follow,” he added.

नेफोमा कि क्रेडाइ के वाइस प्रेजिडेंट श्री अनिल शर्मा से मिटिगं

आज दिनाँक 14/11/2011 को नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर एण्ड मेंबर असोसिएशन (नेफोमा ) कि क्रेडाइ के वाइस प्रेजिडेंट श्री अनिल शर्मा से मिटिगं हुई । इस मिटिंग में वायर्स को बिल्डर्स कि ओर से जिन परेशानिओ का सामना करना पड़ रहा है उन सभी बातो को रखा गया । मिटिग नीचे दिये गये मुद्दो पर चर्चा हुई :

१. सबसे बड़ा मुद्दा था कि जिन लोगो को ब्याज के लिये डिमांड लेटर भेजे गये है उनको वापस लिया जाये । कोई भी वायर ब्याज नही देगा । नेफ़ोमा टीम का तर्क था कि जब नोएडा एक्सटेंशन का मामला कोर्ट में लम्बित था तो कैसे बिल्डर ब्याज कि मांग कर सकता है ।

अनिल शर्मा जी का कहना था कि कोई भी बिल्डर ब्याज कि डिमांड नही कर सकता और वो इस विषय में क्रेडाई कि तरफ़ से एक गाईड लाईन जारी करगें जिसमे बिल्डर्स से कहा जायेगा कि वो कोइ ब्याज कि मांग ना करे ।

२. दूसरा पाम ओल्म्पिया के द्वारा बायर्स को लेटर भेजे गये जिसमें कि उनको सूचित किया गया कि उनका पेमेंट प्लान बदला जा रहा है यानि फ़्लेक्सी से सी.एल.पी. मे उनको अब इनस्टाल्मेन्ट देनी पडे़गी । नेफ़ोमा टीम का तर्क था कि बुकिंग के समय पर बिल्डर्स ने जब उनके सामने पेमेंट प्लान रखा था तो यह बायर्स कि मर्जी थी कि उनको कॊन सा प्लान लेना है । जो प्लान जिस बायर को ठीक लगा उसने अपने सहुलियत के हिसाब से उसका चयन कर लिया ओर उसी आधार पर एग्रीमेंट तॆयार किया गया । तो अब बिल्डर किस आथार पर प्लान बदल सकता है वो भी बिना बायर्स कि मर्जी के ।

अनिल शर्मा जी का कहना था कि कोई भी बिल्डर बिना बायर्स कि मर्जी के प्लान चेंज नही कर सकता ओर इस पाइंट को भी वो गाईड लाइन में रखेगें

३ तीसरा मुद्दा था एफ़.ए.आर को लेकर , एफ़.ए.आर पर बायर्स को शंका है कि बिल्डर्स ग्रीन एरिया खत्म कर वहा पर टावर खड़े करने कि यौजना बना रहे है जिससे भविष्य मे वहाँ रहने वाले लोगो के लिये दिक्कत होने वाली है क्योकि जब बिल्डर्स ने अपने प्रोजेक्ट बेचे थै तो उनको वादा किया गया था कि उनके प्रोजेक्ट में भरपूर ग्रीनरी होगी । अब अगर बिल्डर्स वहाँ कंक्रीट के जंगल खड़ा कर देगा तो फ़िर वहा लोगो को बहुत सी परेशानिओ का सामना करना पड़ सकता है ।

अनिल शर्मा जी का कहना था कि किसी भी प्रोजेक्ट मे नये टावर्स नही लगाये जायेगे ओर अगर बिल्डर्स अपने प्रोजेक्ट्स में फ़्लोर बड़ाना चाहते है तो उनको बायर्स से पूछना पड़ेगा ।

४. चौथा मुद्दा था साहबेरी गाँव को लेकर । साहबेरी गाँव में जिन बिल्डर्स के प्रोजेक्ट अफ़्फ़ेक्टड हुये वहाँ बायर्स को परेशान किया जा रहा है । जिन लोगो ने अपने फ़्लेटस एक से लेकर सात मजिंल तक बुक कराये थे उन लोगो को १४ या १५ फ़्लोर पर सिफ़्ट किया जा रहा है जो कि गलत है । जब किसी बायर ने अपना फ़्लेट बुक कराया तो उसने अपनी जरुरत के हिसाब से नीचे की मजिंलो को चुना और उसी हिसाब से बिल्डर को पैमेंट किया ।

अनिल शर्मा जी का कहना था कि जिन लोगो ने फ़्लो

नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर मेंबर असोसिएशन (नेफोमा ) ने पिछले 6 महीनों का ब्याज न देने का फैसला किया है।

नोएडा एक्सटेंशन की टेंशन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अब किस्त पर ब्याज को लेकर बिल्डरों और इन्वेस्टर्स में तकरार शुरू हो गया है। निवेशकों की संस्था नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर मेंबर असोसिएशन (नेफोमा ) ने पिछले 6 महीनों का ब्याज न देने का फैसला किया है। मामले का हल निकालने के लिए सोमवार को बिल्डरों की संस्था क्रेडाई के साथ असोसिएशन की मीटिंग होगी। मीटिंग में एफएआर और शाहबेरी के शिफ्टेड निवेशकों का मुद्दा भी उठाया जाएगा। इन्वेस्टर्स का कहना है कि प्रोजेक्ट पर पिछले 6 महीने से कोई काम नहीं हुआ है, इसलिए वह किसी भी कीमत पर इस अवधि के लिए बिल्डरों को ब्याज नहीं देंगे। हालांकि वह किस्त देने को तैयार हैं।

आज की मीटिंग में होगी चर्चा

नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ऑनर मेंबर असोसिएशन के प्रेजिडेंट अभिषेक कुमार ने बताया कि बिल्डर निवेशकों से ब्याज की मांग कर रहे हैं। जो निवेशक इसका विरोध कर रहे हैं, उन्हें फ्लैट की बुकिंग कैंसल करने की चेतावनी दी जा रही है। हालांकि ब्याज की डिमांड करने वाले ज्यादातर छोटे बिल्डर हैं। उन्होंने बताया कि असोसिएशन ने अपने सदस्यों को किसी भी कीमत पर ब्याज नहीं देने को कहा है। इस मामले में सोमवार को क्रेडाई के साथ असोसिएशन के पदाधिकारियों की मीटिंग होगी। मीटिंग नोएडा स्थित आम्रपाली ग्रुप के ऑफिस में होगी। इसमंे असोसिएशन की ओर से प्रेजिडेंट और जनरल सेक्रेटरी के अलावा कुछ खरीदार भी शामिल होंगे। वहीं क्रेडाई की ओर से क्रेडाई एनसीआर के वाइस प्रेजिडेंट व आम्रपाली ग्रुप के चेयरमैन अनिल शर्मा के साथ एक-दो अन्य सदस्य होंगे। असोसिएशन की योजना क्रेडाई के माध्यम से सभी बिल्डरों को यह निर्देश दिलाने का है कि कोई भी बिल्डर निवेशकों से 6 महीने का ब्याज न मांगे।

शिफ्टेड निवेशकों का भी मुद्दा उठेगा

मीटिंग में फ्लोर एरिया रेश्यो ( एफएआर ) और शाहबेरी के शिफ्टेड निवेशकों का भी मुद्दा उठेगा। नेफोमा के प्रेजिडेंट ने बताया कि शाहेबरी में फ्लैट की बुकिंग कराने वाले कई निवेशक यह शिकायत कर रहे हैं कि उनसे अधिक पैसे लिए जा रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोगों की शिकायत है कि उन्हें उस फ्लोर पर फ्लैट नहीं दिया जा रहा है , जिस पर उन्होंने बुकिंग कराई थी। इस मामले को भी मीटिंग में उठाया जाएगा। इसके अलावा एफएआर को लेकर निवेशकों की मांग है कि जो नक्शा देखकर उन्होंने फ्लैट की बुकिंग कराई थी , उसमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं होना चाहिए।

एक डेढ़ महीने तक बंद रहेगा काम !

मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण नोएडा एक्सटेंशन में बिल्डरों का काम 6 महीने से बंद है। अब भी प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं हुआ है। हाई कोर्ट ने अपने आदेश में यह कहा है कि जब तक ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के मास्टरप्लान 2021 को एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से अप्रूवल नहीं मिलता , सभी प्रोजेक्ट पर यथा स्थिति बनी रहेगी। अथॉरिटी अफसरों के मुताबिक मास्टरप्लान को एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से मंजूरी मिलने में कम से कम एक से डेढ़ महीने का समय लगेग ा।
source : NBT

NEFOMA is meeting with CREDAI

NEFOMA is meeting with CREDAI Vice- President Mr. Anil Sharma on difference issues. …..so you are requested to give details of the demand letters you got from builders. You can send on admin@nefoma.org
or contact : https://nefoma.wordpress.com/
Mention …..1) Builder’s name, 2) amount of demand (% also), 3) Whether interest is charged

Reply from CREDAI

We got a reply from CREDAI …. that they are meeting next week on NE problems. As demanded by us, they agreed on issuing guidelines to all builders regarding demand letter and interest issues. We have received following message from CREDAI .

This is to inform you that the office bearers of CREDAI are traveling. In any case there would be a meeting next week to formulate some sort of guidelines for this issue and accordingly we will revert back on this matter.

Thanks & Regards
Sushant Gupta

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